इस झूठे करुणा मैं मन को धिक्कार है
मन में उठा विचार बार-बार है!
हिंदू मुस्लिमों की जंग हुई बार-बार है
जो ना कभी सुलझी है ना सोचे कि यह हमारा कह नाम है!
मन में उठा विचार बार-बार है!
हिंदू मुस्लिमों की जंग हुई बार-बार है
जो ना कभी सुलझी है ना सोचे कि यह हमारा कह नाम है!
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