यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 23 नवंबर 2019

भ्रष्टाचार

 सत्ता का हमराज है यह तो भ्रष्टाचार है
 लोकतंत्र के राज्यों में इसका ही गुणगान है
आचार में सुधार करो ,भ्रष्टाचार का का विरोध करो
 सत्ता का हम-----------------------

दिल्ली दिल से जुड़ी है पता नहीं भ्रष्टाचार कहां से उड़ी है
भ्रष्टाचार रोकने का करो उपाय ,बाहर निकलेगी अघोषित  आय।
काले धन का होगा नाश भ्रष्टाचार का करो पर्दाफाश
सत्ता का हम.......…................


काले धन का कोई ना मोल,खुल गई अब इसकी सब पोल
ऐसा धन बेकार है जो कभी ना करे सामाजिक कार्य
भ्रष्टाचार आई है ,लोकतंत्र में छाई है इसमें क्या बुराई है सभी ने तो इसे अपनाई है।
सता का  हम..............................


कोई ना बोले इसकी बोल खुल गई फिर भी इसकी सब पोल।
भ्रष्टाचार की होड़ में ,निकल गए  सब इसकी दौड़ में,
अंदर से सब बाहर आओ ,भ्रष्टाचार को मत बनाओ सतर्क रहे हर क्षण हर पल ,भ्रष्टाचार की ना हो डर।।
 सता का हम .............................

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Lakir

  क्या लिखा है? हाथों के लकीरों में। कभी गहरा तो कभी फिका उकेरी है इन हथेलियों में में! कुछ किस्से कुछ सबूत छुपी है लकीरों में। रंग उत...