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शुक्रवार, 20 मार्च 2020

कोरोना आई है कुछ करो ना,

एक ही तो जीवन है,
               जीवन में खुशियां भर लो ना,
कोरोना आई है     
          इस से मत डरो ना,

अगर जिंदगी प्यारी है,                                                                          घर से मत निकलो ना

यह हम सब की लड़ाई है,
                  मिल कर लङो ना
ना ही खुश हम हैं ना ही आप
               फिर भी थोड़ी हंस लो ना,

कोरोना आई है,
            इस से मत डरो ना,

हम सबको  निकलनी है , इस संकट से,
                     तो इतनी विनती सुन लो ना,

अगर जिंदगी प्यारी है,
                 तो घर से मत निकलो ना,

कोरोना आई है, 
               कुछ करो ना,

आवा जाही के चक्कर में
                   खुद को भूल बैठे है ,

हम सब कहीं ना कहीं 
                    खुद को भूल बैठे हैं

मां की ममता के आंचल को
                          भूल बैठे हैं

इसी बहाने आज मां की गोद में,
                         अपना सर रख लो ना,
                     






बुधवार, 4 मार्च 2020

Kuchh bhi to nhi

मैंने लिखना चाहा पर लिखा नहीं
जो लिखा वह किसी को दिखा नहीं!

मैंने लिखा कुछ भी नहीं
तुमने पढ़ा कुछ भी नहीं!

मेरी खुशी तुमसे दिखी नहीं
तेरी गलती किसी से छिपी नहीं!

यह तो नजर की बात है
Accha bura kuchh bhi nhi!


जो मैंने बोला वह सुना नहीं
जो सुना वो मैं बोला नहीं!

कितनी यादें आई है सबकी
मैंने किसी से कहा नहीं!

तुम जानते थे सब कुछ
Phir bhi tum ne kuchh kha nhi,

आजकल तो आम बात हो गई है
फिर कोई कुछ कहा नहीं!


चाहा तुम्हें यह कहूं अब
लेकिन मैंने कुछ कहा नहीं!

दिल में अभी भी  सारी बातें हैं
शायद तुमने सुना ही नहीं!

Lakir

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