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शुक्रवार, 1 मई 2020

खबर

खबर सुनकर के ही अलग-अलग मन में कई तरह के प्रश्न प्रकट होते हैं,जब किसी तरह की खबर आते हैं तो एक खबर से पूरी तरह से जीवन की उलट-पुलट हो सकती है
चल रहे कार्य स्थगित हो सकती है,
उस सूचना से आप के प्रति लोगों की सोच में बदलाव देखने को मिल सकता है,
खबर ना हो गया हो मान लो ,जीवन के अंतिम चरण का पड़ाव आ गया हो!
कितने आश्चर्य की बात है एक खबर से किसी की सोच को उस खबर के प्रति सोच बिल्कुल विपरीत हो सकती है!
एक खबर से आपके हर्षित मन तन को दयनीय अवस्था तक पहुंचा सकती है"
एक सूचना मात्र से आप की मनोदशा बदल सकती है,हो सकता है हृदय आघात भी हो जाए किसी के विश्वास की अविश्वास का पात्र बन सकते हैं'
एक  खबर के कारण आपको नहीं चाहते हुए सोचने पर विवश हो सकते है,
खबर मुलत: दो  प्रकार के होते हैं एक सुगम/शुभ, अत:  असुगम/अशुभ ,
यह जरूरी नहीं कि जो खबर आई है या आने वाला हो उसके लिए तत्पर हम तैयार हैं!
आज के समय में बिना खबर के जीवन की कल्पना करना भी कठिन है"
खबर आज के दौर में ही नहीं बल्कि हमेशा से है' पहले और आवश्यक सूचना है!
जिसे सभी लोग सुनने के लिए तत्पर तैयार रहते हैं, खबर से ही हमें किसी के जीवन में या देश दुनिया में क्या हो रहा है ?क्या होने वाला है ?  खबर के अनुसार ही आगे कुछ सोच सकते हैं!
अपने जीवन से लेकर अन्य लोगों के दिनचर्या में क्या घटित हो रही है घटनाओं से भी अवगत कराते हैं'!
खबर हमें खेल नीतियां धर्म समाज अर्थव्यवस्था भोजन रोजगार परिस्थितियों से भी अवगत कराता है!
इस खबर मात्र से आप की छवि पर लोगों को तंज कसने का मौका भी मिल सकता है,उनकी नजरिया में सोच आपके प्रति बदल सकता है!
इस खबर से आपके जीवन के लिए पूरी तरह से हिल सकती है/या बन सकती है!
और तो और उसकी खबर से आपको यह चाहने को मार सकता है कि आप के प्रति असल मे" किस किस  कि किस तरह के विचार है!
आप भली-भांति अवगत हो सकते हैं,
एक खबर से आपको अपने अंदर के धैर्य  और संहन  शक्ति और उसके साथ नकारात्मक और सकारात्मक की ओर बढ़ने व सोचने के प्रति कितना अग्रसर कर सकता है!
यह खबर आपको कितना गंभीर व प्रभावशाली बना सकता है!

और तो और सूचना के कारण या तो पूरी तरह से सुलझ सकते हैं आप या तो बुरी तरह से उलझ सकते हैं"
खबर के कारण आपके अंदर के निर्णय लेने की शक्ति को  अझुण कर सकता है!
खबर

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