यह ब्लॉग खोजें
क्षमा करें, इस ब्लॉग में जिस पेज को आप खोज रहे हैं वह मौजूद नहीं है.
क्षमा करें, इस ब्लॉग में जिस पेज को आप खोज रहे हैं वह मौजूद नहीं है.
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
Lakir
क्या लिखा है? हाथों के लकीरों में। कभी गहरा तो कभी फिका उकेरी है इन हथेलियों में में! कुछ किस्से कुछ सबूत छुपी है लकीरों में। रंग उत...
-
लड़की के पीछे घूमत है सब लड़के आवारे, मन भर जाए तो ब्रेकप करके कल्टी वो मारे हर आशिक़, माशूक़ा को, समझे बाप की खेती है अब छोड़ दे पीछे पीछ...
-
बाबा तुम लौट आओ ना मुझे प्यार से बुलाओ ना तुम्हारा उंगली पकड़ के चलना तो सीखा आगे चलना तो सिखाओ ना कहां गए क्यु गए कुछ तो आकर बताओ ना? ...
-
एक ख्वाब थी जीवन का जिसमें साथ हो सब का सब हंसे , जग रोए ना! कोई गम ना हो अपनों का। यूं तो हमने कभी सोचा नहीं कि इस कदर बिखर जाएंगे ...
-
आज मैंने एक लड़की को सिसकते हुए देखा! अपने आंसुओं को उसे छुपाते हुए देखा!! जो कल थी आसमान की पंछी उसे आज पिंजरे में कैद होते हु...
-
क्या लिखा है? हाथों के लकीरों में। कभी गहरा तो कभी फिका उकेरी है इन हथेलियों में में! कुछ किस्से कुछ सबूत छुपी है लकीरों में। रंग उत...
-
आज फिर सोच में बैठा,क्या लिखूँ,किस पर लिखूँ कोई एक एहसास तो ऐसा हो,जिस पर लिखूँ महबूब के पावन प्यार पर लिखूँ दर्पण में रचते श्रृंग...
-
बातों बातों में जो बातें नई होगी कई रात न जाने कितनी मचली होगी! तेरे सिरहाने याद भी मेरी रात भर शम्मा -सी कटी होगी! जिससे निकला है आफताब मेर...
-
सत्ता का हमराज है यह तो भ्रष्टाचार है लोकतंत्र के राज्यों में इसका ही गुणगान है आचार में सुधार करो ,भ्रष्टाचार का का विरोध करो सत्ता का ह...
-
कहने को , मैं शहर में रहती हूं! लेकिन मेरी दशा , गांव से भी बदतर है!! लोगों को बाहरी चमक-दमक दिखती है! मेरे अंदर तो आज भी अंधेरो की ...